वैदिक सभ्यता | Vedic civilization in hindi

 

वैदिक सभ्यता [Vedic civilization]

(1) पूर्व वैदिक काल (Pre- Vedic period) समय

1500 – 1000 ईसापूर्व (1500BC-1000BC) तक रहा है


(2) उत्तर वैदिक काल ( Post-vedic period) समय 1000 - 600 ईसापूर्व (1000-600 BC) तक रहा है

NOTE:- उत्तर वैदिक काल मे महाजनपदो का उदय, बौद्ध धर्म, जैन धर्म का विकास, लोह का प्रयोग हुआ है।

वैदिक सभ्यता का निर्माण आर्यों ने किया है।

वैदिक सभ्यता | Vedic civilization in hindi


आर्यों का आगमन स्थल (Aryans' arrival places )

  • आर्य शब्द का प्रयोग सबसे पहले 1853 मे मेक्समूलर ने किया, आर्यो का अर्थ श्रेष्ठ माना जाता है।
  • आर्यो ने इस व्यवस्था को जन्म दिया 
  • मेक्समूलर- मध्य एशिया से
  • एडवर्ड मेयर- पामीर का पठार से
  • पेनका हर्ट- जर्मनी
  • दयानंद सरस्वती- तिब्बत
  • गाइल्स
  • तिलक - उत्तरी ध्रुव

आर्यों का पंचजन - 5 भागो में बाँटा गया है

  • राष्ट्र(nation) -सबसे बड़ी इकाई
  • जन(Peopule)
  • विश(wish) 
  • ग्राम (village)
  • कुल(Kul) - सबसे छोटी इकाई 


पूर्व वैदिक काल की विशेषताएँ (features of pre Vedic period) 

  1. मांसाहारी (Non-Vegetarian) 
  2. शाकाहारी (Vegetarian) 
  3. सर्वाहारी (omnivonous) 

  • खाद्य पदार्थ - करभ
  • यवांगू-जौ का दलिया 
  • यव - जौ 
  • धन्व- मरुस्थल 
  • अधन्या - गाय ( नमारे जाने योग्य )
  • पारावत - समुद्र 
  • वेकनाट - सूदखोर 
  • उर्वरा - कृषि भूमि
  •  सुरा / सोमरस – पवित्र पेय (त्याज्य पदार्थ)
  • वप्ता / नाई 
  • वस्त्र—सूत+ऊन+मृगचर्म
  • भाषा - संस्कृत 


वैदिक काल की नदियों के नाम( name of rivedic rivers) 


नदी का नाम (rivers name) - पुराना नाम (old name) 

  1. काबुल - कुम्भा
  2. सिंधु - सिंध / हिरभ
  3. झेलम - वितस्ता
  4. स्वात - सुवस्तु
  5. चिनाब - आस्किणी
  6. गण्डक - सदानीरा
  7. घग्घर - द्वषदत्ती (सरस्वती)
  8. रावी - परुषणी
  9. गोमती - गोमल
  10. व्यास - विपासा
  11. सतलुज - शतुद्री
  12. कुर्रम - कृमू


ऋग्वैदिक कालीन समाज की विशेषताएँ

  • समाज पितृसत्तामक प्रकार का होता था।
  • भाषा-संस्कृत (इसका साक्ष्य बोगाजकोई अभिलेख तुर्की से तथा कस्सी अभिलेख ईरान से) 
  • प्रमुख देवता -इन्द्र (उत्तरवैदिक काल-प्रजापति) 
  • भक्षी - शाकाहारी + मांसाहारी -


वैदिक काल के प्रमुखदेवता

  1. इन्द्र
  2. वरुण
  3. मित्र
  4. नासत्य

ऋग्वेद में किसका कितनी बार जिक्र हुआ है।

  •  इन्द्र- 250 बार मंत्रो का प्रयोग किया हैं।
  •  अग्नि - 200 बार
  •  विष्णु - 100 बार
  •  शिव - 3 बार
  •  सिन्धु नदी (हिरण्यवी) - 55 बार
  •  यमुना - 3 बार
  •  गंगा - 1 बार
  • सरस्वती नदी (सबसे पवित्र) -50 बार

 
वैदिक सभ्यता | Vedic civilization in hindi

वैदिक साहित्य

उपनिषद/वेदांत (upanishads/vedanta) —


  • संख्या - 108
  • सिर्फ गद्य (only prose) -4
  • गद्य +पद्य - 2
  • सिर्फ पद्य(only verse) -102
  • लिखने का क्रम -> वेद-ब्राह्मण-आरण्यक-उपनिषद
  • सबसे बड़ा उपनिषद -वृहदारण्यक उपनिषद माना गया है
  • याज्ञवलक्य+ गार्गी के संवाद, मैत्रेयी 
  • तमसो मा ज्योर्तिगमय 
  • ओम शब्द
  • सबसे छोटा उपनिषद माण्डूक्योपनिषद को माना गया है।
  • माण्डूक्योपनिषद -सत्यमेव जयते
  •  कठोपनिषद - यम नचिकेता संवाद


संस्कार (16) - गर्भाधान संस्कार (स्त्री-पुरुष सम्बन्ध- वंश वृद्धि हेतु
  • पुंसवन संस्कार उत्तम (संतान) 
  •  जातकर्म संस्कार (शहद, घी) 
  • नामकरण संस्कार (नाम) 
  • निष्क्रमण संस्कार (सूर्य, चन्द्रमा के दर्शन करवाने) 
  • अन्न प्राशन संस्कार (अन्न खिलाया) 
  • चूडाकर्म संस्कार (मुंडन) 
  • कर्णभेदन संस्कार (कान छेदना) 
  • यज्ञोपवीत संस्कार (जनेऊ) 
  • समावर्तन संस्कार
  • अंत्येष्ठी संस्कार


आर्यो के सभ्यता में कर्म के आधार पर

जाति-व्यवस्था

  • ब्राह्मण- शिक्षा
  • वैश्य - व्यापार
  • श्रत्रिय = रक्षा 
  • शुद्र – कारीगर

पर्दा प्रथा

बाल विवाह

हुआहूत


ऋग्वेद (Rigveda)

  • संकलनकर्ता-कृष्णद्वैपायन वेदव्यास
  • मण्डल 10, अष्टक -8, शाखा -5
  • सूक्त -1028, ऋचाएँ-10532 मंत्र
  • सूक्त-- शाकल 1017, वालखिल्य 11, शब्द- 1.50 लाख

ऋग्वेद को पढ़ने वाला होतृ/होता कहलाता है, ऋग्वेद के तीसरे मंडल में गायत्री मंत्र(सूर्य के लिये समर्पित) ऋषि विश्वामित्र द्वारा लिखा गया है

ऋग्वेद के चौथे मंडल मे कृषि, प्रथुवेन्य पुरुष के बारे में पता चलता है। यह भारत का पहला कृषि इंजीनियर था।

ऋग्वेद के सातवे मंडल मे दशराज युध का वर्णन मिलता है, इस युद्ध ऋषि वशिष्ठ पुरोहित राजा सुदास विजय हुआ 

आठवें मंडल में हस्तलिखित रचनाओ के बारे में वर्णन किया जिन्हें खिल कहा जाता हैं।

9 वें मंडल में सोम देवता के बारे मे बताया गया है

प्रत्येक मंडल का मंत्र अग्नि देवता के नाम से शुरू होता है।

10 वें मंडल मे जाति व्यवस्था, चातुष्वर्ण व्यवस्था (प्रथम बार वर्ण का उल्लेख पुरुष सूक्त मे ही मिलता है।

जाति व्यवस्था

ब्राह्मण- शिक्षा

श्रत्रिय- रक्षा

वैश्य - व्यापार

शुद्र- कारीगर


ऋग्वेद का उपवेद आयुर्वेद को माना गया हैं।

सुश्रुत के अनुसार आयुर्वेद अथर्वेद का उपवेद माना गया है

ऋग्वेद की रचना पूर्व वैदिक काल मे हुई, जिसमे लोह की खोज हुई, तम्बाकू का ज्ञान नही था।


उत्तरवैदीक काल (1000BC -600BC) 


इस काल मे वेदत्रयी/ त्रिवेद की रचना की गई 

ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद


सामवेद (samaveda) 

  • संगीत का जनक
  • स्वरो का पहला प्रयोग सामवेद मे हुआ
  • सामवेद को पढ़ने वाला उद्रातृ/उदगाता होता है
  • सामवेद का उपवेद गंधर्ववेद को माना गया है।
  • सामवेद का संकलन कर्ता: भरतमुनि है


यजुर्वेद (yajurveda) 


  • यजुर्वेद को दो भागो में बाँटा गया - यज्ञ+ कर्मकांड से सम्बन्धित शुक्ल (पद्य) वाजसनेयी संहिता भी कहते है कृष्ण (पद्य) 
  • गद्य+पद्य दोनों में है (चंपुकाव्य) 
  • पढ़ने वाला अधर्व्यु कहलाता है
  • संकलन कर्ता: विश्वामित्र


अथर्ववेद (atharvaveda) 

  • इस वेद मे जादू टोना, वशीकरन, कृषि को प्रभावित करने वाले कीट, औषधि के बारे मे बताया गया है।
  • कन्या जन्म पर निंदा की जाती थी।
  • पढ़ने वाला ब्रह्मा होता है
  • संकलन कर्ता विश्वामित्र को माना जाता है

सामवेद का कोई मंडल नही होता है, अथर्ववेद का मंडल आरण्यक है। 

ब्राह्मण ग्रन्थ (brahmin texts) 

  • वेदो को सरल भाषा मे रूपांतरण: ब्राह्मण ग्रन्थ
  • ब्राह्मण ग्रन्थ को वेदो का टिका भी कहा जाता हैं।
  • ऋग्वेद का ब्राह्मण ग्रन्थ: ऐतरेय, शंकायन
  • सामवेद: पंचविश(प्रोढ़), षडवीश, जेमिनीय, आर्षुय
  • यजुर्वेद: कृष्ण शाखा  (तेतरेय), शुक्लशाखा(शतपथ) 
  • यजुर्वेद: गोपथ ब्राह्मण ग्रन्थ(पिप्लाद शाखा) 


वेदांग (vedanga) 

  • शिक्षा- उच्चारण, पढ़ना
  • कल्प- अनुष्ठान
  • निरुक्त
  • छंद
  • ज्योतिष
  • व्याकरण
  • प्रथम व्याकरण- पाणिनि, पाणिनि द्वारा रचित book अष्टाध्यायी


रामायण (Ramayana)


  • संस्कृत भाषा मे महर्षि वाल्मीकि द्वारा सत्य रामायण लिखी गई
  • अवधी भाषा में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित
  • तमिल भाषा में कम्बन द्वारा रचित
  • फारसी भाषा में- बदायूँनी द्वारा रचित
  • बांग्ला Soft में –कृतवास द्वारा रचित
  • अंग्रेजी भाषा में - आर. टी. एच. ग्रिफिथ द्वारा रचित
  • तेलुगु भाषा में भास्कर द्वारा रचित
  • कन्नड़ भाषा में कुमुदेन्दु द्वारा रचित
  • मैथिली भाषा में चन्दा झा द्वारा रचित

भवभूति द्वारा बलरामायाण की रचना की गई


श्रीरामचरितमानस के 7 काण्ड निम्न प्रकार है

1. बाल काण्ड

2.अयोध्या काण्ड

3.अरण्य काण्ड

4.किष्किंदा काण्ड

5.सुंदर काण्ड

6.लंका कांड

7.उत्तरकाण्ड

वैदिक सभ्यता | Vedic civilization in hindi


महाभारत (Mahabharat) 

महाभारत के लेखक- वेदव्यास जी है

इसमें कुल 18 पुराण है,सबसे पुराना मत्स्य पुराण जो सतवाहन वंश के बारे में बताता है

  • English भाषा मे किसारी मोहन गांगुली
  • Italic — केरवाकेर 
  • Tamil- रमानुजाचार्य
  • Hindi- गीताप्रेस


भगवान विष्णु के 10 अवतार

 (1) मतस्य अवतार (2) कूर्मावतार (3) वराहावतार (4) नृसिंह अवतार (5) वामनावतार(6) श्रीरामचन्द्र (7) कृष्ण (8) परशुराम (9) बुद्ध (10) कल्कि


ज्वालोपनिषद - 4 आश्रम बताए गये है।

(1.) ब्रह्मचर्य : 0 - 25 वर्ष

(2) गृहस्थ : 25-50 वर्ष 

(3) वानप्रस्थ : 50-75 वर्ष 

(4) संन्यास : 15 - 100 वर्ष

नोट:- पुराणो के रचयिता - लोमहर्ष एवं उनके पुत्र उग्रश्रवा है


Conclusion


इस अध्याय में आप सभी साथियों को प्राचीन इतिहास के वैदिक सभ्यता, वैदिक साहित्य व वेदांग के बारे में हमारे अनुभव से सरल भाषा में notes 📝 तेयार किये है, यदि आपको कोई भी समस्या हो तो आप हमारे comment box मे समस्या लिखकर भेज दे।


FAQ


Q. वैदिक काल के दो भाग कौन से हैं?

Ans. (1) पूर्व वैदिक काल (Pre- Vedic period) समय

1500 – 1000 ईसापूर्व (1500BC-1000BC) तक रहा है

(2) उत्तर वैदिक काल ( Post-vedic period) समय 1000 - 600 ईसापूर्व (1000-600 BC) तक रहा है


Q. 4 मुख्य वेद कौन से हैं?

Ans. १. ऋग्वेद २. सामवेद ३. यजुर्वेद ४. अथर्ववेद


Q. आर्यों का मूल घर कौन सा था?

Ans. ईरानी ग्रंथ के अनुसार विद्वान मेक्समूलर ने बताया आर्यों का मूल घर मध्य एशिया को बताया है।


Q. वैदिक काल में कितने वर्ग हैं?

Ans. वैदिक काल को 4 भागो में विभाजित किया है

ब्राह्मण- शिक्षा

श्रत्रिय- रक्षा

वैश्य - व्यापार

शुद्र- कारीगर

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